Tag brijmohan

राधा के कृष्ण

Radha ke Krishna by Rudal Singh

हे सखी ! वो यशोदा का लाल, चपल, चंचल, चतुर बाल कहाँ खो गया? आज वो काँवरी पर टंगी मटकी से मक्खन चुराने नही आया, न खुद खाया, न ग्वाल…

en_USEnglish