मैं वही मिलूंगा
मैं वहीँ मिलूंगा,मिट्टी के ढेर में,उस टूटे पुराने घर में।अकेले, तनहा, बेपरवाह और उदास।एक आस हैएक प्यार है,जो इस दिवार कीदरारों में आज भी मौजूद है।जैसे तुम्हे एक आख़री बार…
मैं वहीँ मिलूंगा,मिट्टी के ढेर में,उस टूटे पुराने घर में।अकेले, तनहा, बेपरवाह और उदास।एक आस हैएक प्यार है,जो इस दिवार कीदरारों में आज भी मौजूद है।जैसे तुम्हे एक आख़री बार…
वो करीब ७ साल पुरानी बात होगी,अगर याद करू तो शायदमेरी उम्र करीब १०-११ साल की होगी।विद्यालय से छूटकर में यूँही अपने दोस्तों के साथदौड़ लगते हुए गिर पड़ा।मेरी आखें…
उम्र, कैसा शब्द है न ये,उम्र बड़ी हो तो लोग कहेंगे,बापरे! इतने बड़े हो तुम।कितना कमाते हो?बच्चे हुए या नहीं?अब तुमसे शादी कौन करेगा?ये वो, और अगर यही उम्र छोटी…