It was a match by Monil Gami

It was a Match

प्यार।
इसका एहसास मुझे कभी हुआ ही नहीं,
पर हाँ बस एक बार इसे महसूस करना चाहता था।
पर मैं अपने प्यार को अपनों में नहीं
पराये लोगों में ढूंढ़ना चाहता था।
क्योंकि अपनों से प्यार तो किसी को भी हो जाये,
पर किसी पराये में अपने प्यार को ढूंढ़ना मुश्किल हो जाता है।

आज कल की यह नई तकनिकी ऍप bumble पर आ पोहचा,
पहले मुझे लगा की में यह क्या पागल पन कर रहा हूँ,
पर अपने प्यार को ढूंढ़ने में कैसा पागल पन?
तारों की चादर के नीचे बैठे बैठे जब मैंने अपने आप को अकेला पाया,
तो मैंने खुदको अकेला पाया, और आखिरकार में यह ऍप खोल ही लिया।
और तब जाकर मेरी नज़रों को वो दिखी।
बायो काफी cheesy था मगर सूरत काफी भोली थी।
मानो उसकी आखें उसकी सीरत छलका रही थी।
उसके चेहरे में एक अजब से सादगी छाई हुई थी।
उसके घने बाल खूबसूरती की प्रतिमा सी थी।

पर मुझे खुदपर यकीं था की में किसी “right swipe के लायक नहीं
१ दिन गुज़रा
दूसरा दिन भी बीत गया
और ऐसे करते करते
३ हफ्तों का इंतज़ार करते करते
मेरे फ़ोन की घंटी बजी।
लिखा था, “hey”
पर मेरे लिए तो मानो कोई उत्सव की शहनाई बजी हो।
बातें गहरी और में उन्ही बातों पर डूबें जा रहा था।
एक दिन हिम्मत करके उसे मैंने पूछ ही लिया
की बातो क्या है तुम्हारे लिए प्यार का मतलब
उसने कहा प्यार वो है जहाँ सुकून है
वो सुकून जब किसी पुराने गाने को सुन के मिलता है
पर पता नहीं क्यों लोग इसे अनगिनत धुन लगाकर उलझा देते है।

और मुझे पता चला की ये बिलकुल वैसी है
जैसा में अपने आप में हूँ,
जैसी मुझे चाहिए, वो वैसी ही है।।

पास वाली चाय की टपरी पर,
हमने २ cutting चाय पी।
बन मस्का खाया और हमारी शाम
ढेर सारों बातों में बीत गयी।
वो कुछ समय जो मैंने उसके साथ गुज़ारा
उसने तो मेरी दुनिया पलट दी
वो एक मुलाक़ात ने मुझे सच्चे प्यार का एहसास कराया
वो एक प्यार जो सबसे सादा और सादगी से भरा है
वो एक प्यार जो मुझे काफी ख़ूबसूरत लगता है

चाय ख़त्म हुई और साथ ही में वो पल भी,
अब वक्त था उसे अलविदा कहने का
हमने एक दूसरे के गले लगाया और हमने
अपने अपने रस्ते चुन लिए।
में उसका पसंदीदा गण गुनगुनाते हुए वो हसीं पल याद कर रहा था
और अचानक से उसकी आवाज़ मुझे सुनाई दी,
सुनो! “It was a great match, and I Love you!”
मैंने छोटी सी दौड़ लगायी और उसके पसंदीदा गाने की
२ पंक्तियाँ गुनगुनाई, “अब अलग है आसमान,पर ज़मीन भी कुछ अलग सी
पर मिलोगी जब कभी तो देखना तभी मैं कुछ अलग नहीं।
मैं कुछ अलग नहीं…”

ये प्यार वो है जिसका एहसास मुझे हुई नहीं
मेरी उसे महसूस करने की इच्छा पूरी हुई
ये प्यार मेरी ज़िन्दगी का सुहाना हिस्सा बन गया
मेरा पहला प्यार मेरे साथ था
मेरा यार मेरे साथ था
मेरा जहां आज मेरे साथ था।

– मोनिल गामी
Monil Gami
Monil Gami
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